Summary of the Book
संक्षिप्त परिचय
नील अजन्मा, निराकार, विराट पुरुष शिव तत्व है । वह ब्रह्मांडीय ऊर्जा शरीर में है और नंदिनी भौतिक शरीरधारी संसारी स्त्री है । नंदिनी के कई जन्मों की प्रतीक्षा और साधना फल स्वरूप नंदिनी इस जन्म में नील कि ऊर्जा के साथ जुड़ गई । नंदिनी के आत्मपुकार के कारण समाधि अवस्था से चेतन होकर नील को आना पड़ा । नंदिनी की मधुरा भक्ति नील के अवतरण का कारण बनी ।
नील और नंदिनी के विशुद्ध प्रेम कि कथा और नील किस प्रकार नंदिनी को आध्यात्मिक मार्ग पर लेकर जा रहे है इसका चित्रण इस पुस्तक में है । इस पुस्तक में आध्यात्मिक विचार उद्धृत किए है । जीव और शिव की कथा इसमें वर्णित की है ।
मुझे विश्वास है इसमें वर्णित तत्व साक्षात होंगे ।