Summary of the Book
प्रस्तुत उपन्यास ' बीच की दीवार ' मध्यम वर्ग की बदलती हुई परिस्थितियों एवं मन:स्थितियों का विश्लेषण करने वाली एक विशेष कृति है| इसमें अमरकांत ने आज की जीवन के अन्तर्द्वन्द्वों एवं अन्तर्विरोधों की प्रामाणिक तस्वीर प्रस्तुत की है| इस उपन्यास के केंद्र में एक ऐसी नारी है, जो आज की अवसरवादी ज़िंदगी के भँवर-जाल में फँसकर संघर्ष करती है, आगे बढ़ती है और विकास की वांछित मंजिल प्राप्त करने में सफल होती है| पूरा उपन्यास, जहाँ हमें आनंदित करता है, वाही सामाजिक बदलाव के लिए आस्था व विश्वास भी प्रदान करता है|