Summary of the Book
स्वास्थ्य के प्रती के सजाग होना अर्थात स्वयम् के लिए प्रगति के द्वार खोलना. इस एक वाक्य में अंगिनत अर्थ छुपे हुये है. प्रस्तुत पुस्तक में व्यक्ती स्वयम् के प्रती नकारात्मक्ता का भाव राखते हुये स्वास्थ्य के प्रती जागरूकता कैसे राखे इस पर प्रकाश दालने का प्रयास किया गया है.