Summary of the Book
संगीत के ३७२ शास्त्रीय रागों का ग्रंथराज| हर राग पर संपूर्ण परिचय के साथ, उसकी विशिष्टताएँ, जाती, वादी, संवादी, गानसमामय, आरोह, अवरोह, पकड, चलन, स्वरविस्तार और एक नोटेशनसहित बंदिश एकही पन्नेपर दिये है| विश्वविख्यात शास्त्रीय गायक पं. भीमसेन जोशी जी का स्वहस्ताक्षर में अभिप्राय इस ग्रंथ को प्राप्त हुआ है| साथही सभी रागों की वादी , संवादी, जाती, गानसमयानुसार वर्गीकृत रागसूची भी दी गई है|