Home
>
Books
>
चरित्र, अनुवादित
>
Henry David Thoreau Charitra Va Nibandh - हेन्री डेव्हिड थोरो चरित्र व निबंध
हेन्री डेव्हिड थोरो
चरित्र व निबंध
9788194870142AnuvaditBiographyCharitreHenry David ThoreauJayant B. KulkarniJayant KulkarniMadhushri PublicationTranslatedTranslationअनुवादितचरित्रजयंत कुलकर्णीजयंत बा. कुलकर्णीमधुश्री पब्लिकेशनहेन्री डेव्हिड थोरो
Hard Copy Price:
25% OFF R 300R 225
/ $
2.88
(Inclusive of all taxes) + FREE Shipping* Shipping charges will be applicable for this book. For International orders shipment charges at actual.
Notify Me Once Available
Our mission is to make all Indian literature available globally.
We will procure this book and make it available within next few days and we will notify you immediately via email / phone.
#Henry David Thoreau
ये गाना हेनरी डेविड थोरो ने नहीं लिखा। इस गाने को साहिर लुधियानवी जी ने लिखा है, लेकिन इसमें भी थोरो के सिद्धांत की झलक आपको मिल ही जाएगी-
“तोरा मन दर्पण कहलाए
भले, बुरे, सारे कर्मों को देखे और दिखाए
सुख की कलियां, दुख के कांटे
मन सब का आधार
मन से कोई बात छुपे ना
मन के नैन हजार
जग से चाहे भाग ले कोई, मन से भाग ना पाए…”
महात्मा गांधी को सविनय अवज्ञा आन्दोलन की प्रेरणा हेनरी डेविड थोरो से प्राप्त हुई । उनकी प्रार्थना को गांधी जी ' प्रार्थनाओं की प्रार्थना ' कहते थे । उनकी प्रार्थना थी-----
" हे प्रभो ! मुझे इतनी शक्ति दे दो कि मैं अपने को अपनी करनी से कभी निराश न करूँ । मेरे हस्त, मेरी द्रढ़ता, श्रद्धा का कभी अनादर न करें । मेरा प्रेम मेरे मित्रों के प्रेम से घटिया न रहे । मेरी वाणी जितना कहे-- जीवन उससे ज्यादा करता चले । तेरी मंगलमय स्रष्टि का हर अमंगल पचा सकूँ, इतनी शक्ति मुझ में बनी रहे । "